हमारा भारत देश बहुत विशाल है |यहाँ की जनसँख्या 133.92 करोड़ है | जनसँख्या की दृष्टि से हमारा देश विश्व में चीन के पश्चात् दू सरे number पर आता है |और अंदेशा है कि कुछ वर्षों पश्चात यह चीन को भी पीछे छोड़ सकता है |जाहिर सी बात है कि इतने विशाल देश में यातयात के साधन भी बहुत अधिक संख्या में होंगे |सड़क पर वाहनों को सुरक्षित और सुचारू रूप से चलाने के लिए भारत सरकार ने यातयात के कुछ नियम बनाये हैं, जिनका पालन करना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है |इन नियमों का पालन करने से हम अपने जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं |
आजकल हम दैनिक अखबार तथा न्यूज़ चैनल पर रोज यह देखते और पढ़ते हैं कि कई लोग यातायात के नियमों को न जानने तथा जानते हुए भी उनका पालन नहीं करने के कारण या फिर खराब ड्राइविंग के कारण दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं |कोई दिन ऐसा नहीं होता जब कोई दुर्घटना नहीं हुई हो |कई लोग यातायात के नियमों को सख्ती से न मानने तथा अपने शौक को पूरा करने के लिए वाहन चलाने के कारण दुर्घटना के शिकार होते हैं |इस लापरवाही के कारण कई बार आस – पास वाहन चलाने वाले भी उनकी चपेट में आ जाते हैं और उनको भी जीवन से हाथ धोना पड़ता है |कई बार छोटी उम्र में वाहन चलाने के कारण भी किशोर भी दुर्घटना में अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं |
कहते है न कि-“सावधानी हटी दुर्घटना घटी ” यह कथन अपने आप में पूर्णतया सही है ,क्योंकि सड़क पर कोईभी वाहन चलाते समय सावधानी से चलाना चाहिए |अपने गंतव्य पर कभी न पहुँचने से अच्छा है थोड़ी देरी से पहुँच जाएँ |आइए हम आपको भारत सरकार द्वारा यातायात के जो नियम बताये गये हैं उनके बारे में विस्तार से बताएं |इन नियमों का पालन कर के हम अपने तथा दूसरों के जीवन को भी सुरक्षित रख सकते है |हमारे देश में यातयात एक बड़ी समस्या माना जाता रहा है ,लेकिन यदि हम इस के नियमो का पालन करें तो इस समस्या से छुटकारा पाना भी आसान है |
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भारत में यातयात के नियम
भारत सरकार ने सुरक्षित ड्राइविंग के लिए यातयात के कुछ नियम निर्धारित किये है जिनका पालन करने से हम स्वयं तथा दूसरों के जीवन को बचा सकते है |और इनका पालन न करने से हम परेशानी में भी पड़ सकते हैं |इनका पालन न किये जाने पर हमें जुर्माना भी भरना पड़ सकता है |इन नियमों का पालन करने से हम यातयात की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं |
1.लगातार हॉर्न का उपयोग नहीं करें :
सड़क पर वाहन चलाते समय आप लगातार हॉर्न नहीं बजाएं | लगातार हॉर्न बजाने से ज़रूरी नहीं कि आपको आगे लगे जाम या भीड़ से निजात मिल जाएगी ,बल्कि आस पास वालों पर दबाव बनने के कारण उनका ध्यान आपकी तरफ जायेगा जिस से ड्राइविंग पर से ध्यान हटने के कारण दुर्घटना घट सकती है और ध्वनि प्रदूषण भी होता है |
2 अपने वाहन की पार्किंग का ध्यान रखें :
आप जब भी अपना वाहन कहीं खड़ा करें तो इस तरह पार्क करें की दूसरों को भी आने जाने में मुश्किल न हो, चाहे आप थोड़े समय के लिए ही क्यों न रुके हों |बेतरतीब से वाहन खड़ा होने पर आने जाने वाले वाहनों की भीड़ लग जाएगी और यातायत में रुकावट आएगी |
3 .एक तरफ़ा सड़क :
जब आप सड़क के एक तरफ चल रहे हों तो अपनी साइड बार बार न बदलें ,इस से पीछे आने वाली सवारी को दुविधा होती है |एक तरफ़ा रोड ड्राईवर की सुविधा के लिए होती है |सिर्फ अपनी सुविधा के लिए और अपना समय बचाने के लिए गलत साइड चलता है तो वह अपने साथ औरों का भी समय खराब करता है |
4 .ड्राइविंग करते समय ओवरटेक न करें :
ड्राइविंग करने का अर्थ किसी से आगे निकलने की होड़ करना नहीं है |यदि कोई आपसे आगे निकल जाये तो आप उसके आगे निकलने की होड़ न करें |यह यातायात का अहम् नियम है |इसका हमे ध्यान रखना चाहिए |
5 .यू – टर्न :
जब भी आप वाहन चला रहे हैं और आपको यू -टर्न लेना हो तो आपको एनी सवारियों को भी ध्यान में रख कर दायें -बाएं टटना आगे पीछे देखते हुए यू टर्न लेना चाहिए |यह सबकी सहुलियत्त के लिए होता है |
6 .यातयात संकेतों का पालन :
यातायात के संकेत तथा यातायात के नियम वाहन चालकों की सुविधा तथा दुर्घटनाओं से बचने के लिए होते हैं |वाहन चालकों का कर्तव्य है की वे इनका पूरी तरह से पालन करें |इस से याता यात को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती है तथा परेशानियों से भी बचा जा सकता है |
7 .सीट बेल्ट तथा हेलमेट का प्रयोग :
प्रत्येक वाहन चालक चाहे वह दुपहिया या चौपहिया वाहन चला रहे हों ,सबको अपनी सुरक्षा के लिए सीट -बेल्ट तथा हहेलमेट अवश्य पहनना चाहिए |हो सकता है आप स्वयम तो वाहन स्साही ढंग से चला रहे हों लेकिन कोई अन्य व्यक्ति गलत ड्राइविंग से आपको भी नुक्सान पहुंचा सकता है |हेलमेट तथा सीट -बेल्ट से आप सुरक्षित रहेंगे |
8 .गति सीमा :
भारत सरकार ने छोटे -बड़े सभी प्रकार के वाहनों की गति सीमा निर्धारित की हुई है |लेकिन प्राय : देखा जाता है कि लोग जल्दी पहुँचने के चक्कर में अपनी मर्जी से गति सीमा बाधा लेते हैं और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं |अत : हमे निर्धारित गति सीमा में ही वाहन चलाना चाहिए |
9 .नशा कर के ड्राइविंग नहीं करें :
कई बार देखा जाता है कि ड्राईवर नशा कर के वाहन चलता है जिसका परिणाम भयावह होता है |ड्राईवर की जिन्दगी के साथ सवारियों की भी जिन्दगी बहुमूल्य होती है |इसलिए वाहन चालकों को हमेशा पूर्णतया होशो -हवास में ड्राइविंग करनी चाहिए |दुर्घटनाओं के कारण हमारे देश में हर 10 मिनट में 3 मौत होती है जिनमे से शराब पी कर वाहन चलाना भी एक प्रमुख कारण है |
यातायात के नये नियम :
हमारे देश में वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण यातायात में असुविधा से बचने के लिए सरकार पुराने नियमों के साथ -साथ नये नियम भी लाती रहती है जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं |यदि इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है ती आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त हो सकता है |ये नये नियम इस प्रकार हैं :-
- सार्वजनिक सड़कों पर तेज़ वाहन चलाना
- अम्बुलेंस को रास्ता न देना
- ड्राइविंग करते समय फोन पर बात करना
- प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करना
- फूटपाथ पर ड्राइविंग करना
- ज़ेबरा क्रासिंग पर गाड़ी चला
- ब्लूटूथ से फोन पर बात करना
- आबादी क्षेत्र में गति सीमा तेज रखना
- सेल फोन पर बात करना
- तेज़ आवाज पर संगीत सुनना
ये नियम नये हैं |इनका उल्लंघन नहीं करना चाहिए |अन्यथा सरकार जुर्माना भी लगाती है तथा लाइसेंस जब्त भी कर लेती है |
दोस्तों उम्मीद है कि आज की हमारी यह पोस्ट आपके लिए अत्यंत लाभदायक रही होगी | कहते हैं न कि जान है तो जहान है |अर्थात हमें अपनी जान के साथ अन्य लोगों की जान की भी चिंता करते हुए यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए |अगर हमारी यह पोस्ट आपको पसंद आई है तो कृपया इसे अपने जानकारों को भी भेजिए |अपने अमूल्य सुझाव भी दीजिये |शुक्रिया |
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