स्वच्छता हमारा अधिकार है or Swachh Bharat Abhiyan Essay – यदि यह कथन प्रत्येक नागरिक चाहे वह छोटा हो या बड़ा ,के लिये कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी |क्योंकि यदि हमे स्वच्छता का महत्व मालूम होगा तभी हम इसकी ज़रूरत पर ध्यान देंगे |एक शिशु जब इस दुनिया में आता है तभी से वह जैसे ही बाहरी दुनिया के सम्पर्क में आता है ,विभिन्न किटाणुओं के सम्पर्क में आता है |यहीं से उसका संघर्ष शुरू हो जाता है |यदि वह संतुलन बनाने में सफल हो जाता है तो जीवन जीता है अन्यथा उसका जीवन कठिन परिस्तिथियों से होकर गुजरने लगता है |
स्वच्छता अभियान क्या है
भारत एक बहुत प्राचीन देश है |यहाँ कई देशों ने आ कर राज्य किया |इसे किसी ज़माने में सोने की चिड़िया कहा जाता था ,लेकिन विदेशियों ने इसका सारा सोना लूट लिया और इसे ऐसा गरीब देश बना दिया कि यहाँ के लोगों को दिन के दो समय भरपेट भोजन तक नहीं मिलता |जहाँ गरीबी के कारण लोग जीवन स्तर को ऊँचा उठाने में सक्षम नहीं है वहां ,सफाई की ओर भला कौन ध्यान देगा |
इन्हीं कारणों को मद्देनज़र रखते हुए हमारे प्रधान मंत्री जी ने एक अभियान चलाया है ,जिसका नाम है स्वच्छता अभियान |यह अभियान 2 अक्टूबर2014को महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर राजघाट पर प्रधान मंत्री द्वारा चलाया गया था |इसे स्वच्छ भारत मिशन अभियान भी कहा जाता है |
स्वच्छता अभियान के कार्यक्रम
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है इसके अंतर गर्त गावों और शहरों की सफाई हेतु अभियान अभियान चलाया गया |इसमें निम्नलिखित कार्यक्रम चल रहे हैं :-
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शौचालयों का निर्माण
- गलियों तथा सड़कों की सफाई
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना
- देश के बुनियादी ढांचे को बदलना
- लोगों की अस्वस्थ आदतों को बदलना
- पर्यटन को बढ़ावा देना
- मृत्यु दर कम करना
- घातक बिमारियों की दर कम करना
- पर्यावरण की स्वच्छता को बढ़ावा देना
- ग्रामीण जीवन स्तर को सुधारना
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना
शौचालयों का निर्माण ;- स्वच्छ भारत अभियान के अंतर गर्त चलाये जाने वाले कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण है नए शौचालयों का निर्माण तथा लोगों में खुले में शौच न जाने के लिए जागरूकता बढ़ाना |जिसमे यह बताया जाता है की हम किस ओरकार देश की स्वच्छता में हाथ बटा सकते हैं |खुले में शौच करने से होने वाले नुक्सान को समझने के लिए हमे स्वयं पहल करनी होगी |अब सरकार नये शौचालय बनवाने के लिए आर्थिक मदद भी देती है |
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना
भारत में अधिक लोग किसान होने के कारण यहाँ की अधिक आबादी गावों में रहती है |गावों में शिक्षा के अभाव में लोग स्वास्थ्य तथा स्वच्छता के प्रति उदासीन रहते हैं |स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से सरकार ग्रामीणों को सफाई से रहने के फायदे तथा गंदगी से होने वाले स्वस्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों पर जोर डाल रही है | इसकी वजह से अब हर ग्राम वासी अपने घर में शौचालय बनवा रहा है और स्वच्छ भारत अभियान में योगदान दे रहा है |
देश के बुनियादी ढाँचे को बदलना
किसी भी देश की तरक्की उस देश के लोगों की जागरूकता तथा सकारात्मक सोच पर निर्भर करती है |इसलिए यदि मन स्वस्थ तो तन स्वस्थ |अर्थात लोगों को यदि स्वच्छ रहने के फायदे समझ आ गये तो वे अपना जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास करते हैं |यदि व्यक्ति बीमार है ,तो वह सिर्फ बिमारी के बारे में सोच केर और बीमार हो सकता है |अर्ताथ बच्चों को यदि बचपन से स्वस्थ रहने के फायदे पता होंगे तो वह इस और अधिक जागरूक रहेंगे |स्वच्छ भारत अभियान का यह उद्देश्य इस बारे में कारगर हो रहा है
लोगों की अस्वस्थ आदतों को बदलना
आज कल हमारे देश के लोग सोशल मीडिया की वजह से रात में अधिक देर तक जागकर सुबह देर से जागने का आदि बनता जा रहा है |यह एक भयावह स्तिथि है |एक प्रकार से हम प्रकृति के नियमो से छेड़छाड़ कर रहे हैं |यह अत्यधिक नुक्सान दायक है |इसकी वजह से लोग अपना मिनसिक संतुलन तो खो हे रहे है ,साथ अस्वस्थ आदतों को भी बढ़ावा दे रहे हैं |स्वच्छता अभियान के अंतर गर्त लोगों को इन अवस्थ आदतों के नुकसानों से अवगत कराया जा रहा है |
पर्यटन को बढ़ावा देना
कभी -कभी सुनने में आता है कि किसी देश या शहर में पर्यटकों को जाने से मना किया जाता है ,यह इसलिए की या तो वहां कुछ अप्रिय होने की आशंका होती है या कोई बिमारी फैली होती है |किन्तु इस की वजह से पर्यटन क्षेत्र को भारी आर्थिक नुक्सान का सामना करना पड़ता है |यही वजह है कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर गर्त स्वच्छता की शिक्षा दी जाती है |पर्यटक देश में आ कर पूरी तरह से खुश रहें |और हमारी आर्थिक स्तिथि मजबूत हो |
मृत्यु दर कम करना
स्वच्छता का सीधा प्रभाव देश की जन्म और मृत्यु दर पर पड़ता है |कहते हैं की स्वस्थ शरीर में हे स्वस्थ मन निवास करता है |जितनी गंदगी हिगी उतना हे वातावरण भी गंदा होगा |जिस से लोग बीमार होंगे और बिमारी मृत्यु का प्रमुख कारण होती है|स्वच्छ भारत अभियान के कारण लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ी है |इस से मृत्यु दर कम और जनम दर में इजाफा हुआ है |
घातक बिमारियों को कम करना
हमारे देश में अस्वच्छता का मुख्य कारण है स्वच्छता के प्रति उदासीनता |इसी उदासीनता के कारण लोगो में यह धारणा है की बीमार सब होते हैं ,चाहे छोटी बीमारी से या बड़ी बिमारी से |लेकिन यह धारणा गलत है |हम यदि स्वच्छता पर समुचित ध्यान देंगे तो बीमारियाँ भी कम या नहीं होंगी |ज़रूरत है थोडा सजग रहने की |स्वच्छ भारत अभियान में यह बात स्पष्ट तौर पर बताई जाती है की किस लापरवाही से कौन सी बिमारी घातक हो जाती है |इस से लोगों में सफाई से रहने के प्रति रुझान बड़ा है |
पर्यावरण की स्वच्छता पर ध्यान
स्वच्छ भारत अभियान चलाने और उसको आगे बढाने से हमारे पर्यावरण को शुद्ध रखने के प्रति भी लोगों का रुझान बढ़ा है |जहाँ कहीं कचरे या गंदगी का ढेर दिखाई देता है वहां के लोग उसको साफ़ करवाने क लिए कदम उठाते हैं |स्वच्छता की आदत की शुरुआत घर के अन्दर से हे होती है |आदर बालक बड़ों को घर में गंदगी रखते हुए देखता है तो उस के लिए भी सफाई के मायने नहीं होते |अत; बड़ों का फ़र्ज़ है की वे शुरू से स्वच्छता के नियमों का पालन करें
ग्रामीण जीवन स्तर को सुधारना
स्वच्छता अभियान चलाने का एक महत्वपूर्ण कारण है देश के ग्रामीणों का जीवन स्तर को ऊपर उठाना ||उनको यह समझाना कि यदि हम स्वस्थ रहेंगे तो जीवन में हम अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे |ग्रामीणों का जीवन के प्रति रवैय्या को बदलने के लिए उनका जागरूक होना अति आवश्यक है |इसलिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत उनको आभास हुआ है की हम स्वस्थ रह कर बहुत आगे निकल सकते हैं |इसमें पूर्ण सफलता मिलना अभी बाकी है |
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना
स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ कुछ गावों या शहरों में ही लागू नहीं है,यह एक राष्ट्रीय आन्दोलन का रूप ले चूका है |खाना खाने स पहले और बाद में,शौच के बाद हाथों को धोना क्यों आवश्यक है ,यह लोगों को समझ आ चूका है |अपने आस -पास की साफ़ -सफाई से हम और हमारे आस -पास के लोग किस प्रकार सुरक्षित रहते हैं यह समझाना इस अभियान का उद्देश्य है |यह अभियान अभी तक का सबसे बड़ा अभियान है जिसमे 30 लाख लोगों ने भाग लिया है |
निष्कर्ष
जैसा की कहा जाता है कि
“स्वच्छता भगवान् की तरफ बढाया पहला कदम है |”
अर्ताथ यदि सफाई और उस होने वाले लाभों पर बात की जाये तो ख़तम नहीं होगी |कुछ शहरों ने स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए अपने शहर में पान,गुटखा ,तम्बाकू आदि पर प्रतिबन्ध लगा कर मिस्साल पेश की है |इस अभियान के अंतर गर्त ” स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान ” भी कार्यरत है |इस के अंतर गर्त स्कूलों ,कोलेजों,पुस्तकालयों में भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है |विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता रैली निकाल कर नुक्कड़ नातों द्वारा स्वच्छता का सन्देश देना एक अच्छा कदम है |स्वच्छता अभ्याँ अब एक मिशन बन गया है |यह अभियान 5 वर्षों के लिए चलाया गया है 2 अक्टूबर 1914 से 2 अक्टूबर 2019|अर्ताथ गांधीजी की 150 वीं जयंती तक |क्योंकि स्वच्छ भारत का सपना गांधीजी ने देखा था |हम सबको इसे पूरा करने के लिए सहयोग देना है |
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