भूमिका – Hindi Essay On Christmas
भारत एक विशाल देश है |यहाँ अलग अलग जाति.भाषा ,धर्म के लोग रहते हैं |इसिलए यहाँ अनेकता में एकता देखने को मिलती है | कहते भी है की भारत वर्ष में” सात वार नौ त्यौहार” होते हैं | अर्थात यहाँ प्रतिदिन कोई न कोई त्यौहार होता है |लेकिन प्रमुख त्योहारों में होली ,दिवाली ,ईद ,रक्षा-बंधन ,क्रिसमस दशहरा ,और दिवाली हैं |क्रिसमस ईसाईयों का प्रमुख त्यौहार है |यह इसाई समुदाय के लोगों द्वारा बड़ी धूम- धाम से मनाया जाता है | जिस तरह हमारे परिवार में एक बच्चे के जनम की ख़ुशी उत्साह के साथ मनाई जाती है ,उसी प्रकार इस दिन इसा -मसीह के जन्म की ख़ुशी में यह त्यौहार मनाया जाता है |
कब मनाया जाता है :
कहा जाता है कि जब ईसा मसीह का जनम हुआ था तब शीत ऋतु थी |अत: यह त्यौहार दिसम्बर माह की 25 तारीख को मनाया जाता है | 24 दिसम्बर की रात को ही लोग 12 बजे से ईसा -मसीह के जनम की ख़ुशी मनाना शुरू कर देते हैं |इसाई समुदाय के लोग रात को चर्च में एकत्रित होकर पूजा -अर्चना करते हैं |पवित्र ग्रन्थ बाइबल से पाठ पढ़ा जाता है |लोगो में उत्साह रहता है |एक दुसरे को बधाइयाँ दी जाती है |चारों और ख़ुशी का वातावरण रहता है |
क्यों मनाया जाता है :
क्रिसमस को मनाने के पीछे एक घटना है | इसा -मसीह के जनम से पूर्व एक भविष्यवाणी हुई थी की एक तेजस्वी बालक का जनम होगा |उसके जनम के बाद तीन राजा पूर्व दिशा से भेंट लाकर उसे चढ़ाएंगे |इसके बाद राजा ने आज्ञा निकाली की सभी लोग अपने -अपने पैतृक गाँव व जाकर अपना नाम दर्ज करवाए |जोसफ जो संत मरिया का पति था ,अपनी पत्नी को लेकर नाम लिखवाने अपने पैतृक गाँव गया |उस समय मरिया गर्भवती थी और उसका समय नजदीक था |उसे बच्चे को जनम देने के लिए किसी ने जगह नहीं दी |इसलिए उसे चरनी में{ जहाँ पशु रहते हैं ) ही यीशु को जनम देना पड़ा |लेकिन उस बालक का इतना तेज था कि जहाँ उसका जनम हुआ उस चरनी के ऊपर एक तेज़ चमकता बड़ा सा तारा चमकने लगा |यह उस असाधारण बालक के जनम का संकेत था |
कैसे मनाया जाता है :
क्रिसमस अर्थात बड़ा दिन पूरे विश्व में प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को बड़ी धूम – धाम से मनाया जाता है |कई दिनों से पहले ही इस दिन की तैयारियां शुरू हो जाती है |लोग घरों की सफाई करते है |घर को रंग -बिरंगे बल्बों तथा झालरों से सजाया जाता है |गिरजाघरों की सजावट को देखने के लिए लोग उमड़ पड़ते हैं |रंग बिरंगी लाइट से सजा हुआ चर्च बहुत सुंदर दिखता है |बाजारों से खरीदारी की जाती है |रिश्तेदारों को देने के लिए उपहार खरीदे जाते हैं |घरों में पकवान बनाये जाते हैं |इस दिन के लिए बनाये गये केक का स्वाद लोगों को बहुत पसंद आता है |कई दिनों पूर्व ही गायन -मण्डली घर – घर जाकर इसा -मसीह के जनम की ख़ुशी के गीत गाये जाते हैं जिसे क्रिसमस -कैरोल्स कहते हैं |लोगों में उत्साह देखते ही बनता है |
ये बच्चों के प्रिय क्यों हैं ?
साथ में सांता क्लाज के भेष में जाकर बच्चों , दिव्यांगो तथा अन्य लोगों को उपहार दिए जाते हैं |कहते हैं कि सांता क्लोज़ इस दिन लोगों को ख़ुशी देने आते हैं |इसा मसीह एक महान व्यक्ति थे |उन्होंने लोगों का जीवन बचाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे |उन्होंने लोगों को भाईचारे तथा प्रेम का संदेश दिया था |उनके अनुयायी अभी भी उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हैं |लेकिन ईसा -मसीह की शिक्षाओं को कुछ शासकों ने पसंद नहीं किया था और उनको सूली पर चढ़ा कर उनके प्राण ले लिए थे |मान्यता यह है की ईसा -मसीह मरने के तीन दिन बाद वापस जीवित हो कर स्वर्ग चले गये थे |क्योंकि वे एक महान आत्मा थे |
इस दिन घरों में क्रिसमस -ट्री को खूब सजाया जाता है |यह त्यौहार नए साल तक मनाया जाता है |क्योंकि शीत ऋतू में होने के कारण 8 से 10 दिनों का अवकाश रहता है | 24 दिसम्बर की रात 12 बजे से 25 दिसम्बर की रात 12 बजे तक गिरजाघरों में प्रार्थना सभाएं होती हैं |लोग एक दुसरे को बधाइयाँ देते हैं |
सांता -क्लोज़ कौन थे ?
अक्सर देखा जाता है की लोगों में संत क्लोज़ के बारे में जानने की बहुत उत्सुकता रहती है ,लेकिन इनके बारे में सब को अधिक जानकारी न होने के कारण उत्सुकता बनी रहती है |आज के इस अंक में आपको हम सांता -क्लोज़ के बारे में बता रहे हैं |
वैसे तो कहा जाता है की सांता और जीसस का कोई सीधा सम्बन्ध नहीं है ,लेकिन आज के समय सांता के बिना क्रिसमस अधूरा है |इनको क्रिसमस फादर भी कहा जाता है |बच्चे इनके लुभावने रूप से बहुत प्रभावित हैं |वे उनका बेसब्री से इंतज़ार करते हैं |क्योंकि वे लोगों को खुश करते हैं |आज से डेढ़ हज़ार वर्ष पूर्व जन्मे संत निकोलस नामक व्यक्ति को सांता के अस्तित्व का जनक माना जाता है |संत निकोलस एक अमीर परिवार में जन्मे थे |बचपन में ही उनके माता -पिता का देहांत हो गया था |बचपन से ही वे ईसा -मसीह से बहुत प्रभावित थे |वे बड़े होकर इसाई धर्म के पुजारी अर्थात पादरी बने और बाद में बिशप बने |उनको ज़रुरतमंदों को और बच्चों को उपहार देना बहुत पसंद था |वे चुपके से उपहार रख कर जाना पसंद करते थे |इसलिए आज भी बच्चों को सुलाने के लिए सांता का नाम लेकर सुलाया जाता है और उपहार दिया जाता है |
संत निकोलस अर्थात सांता की कई कहानियों में से एक यह कहानी भी प्रसिद्द है की एक बार किसी व्यक्ति के पास अपनी तीन बेटियों की शादी के लिए पैसे नहीं थे |इसलिए वह व्यक्ति मजबूरन अपनी बेटियों को देह -व्यापार और मजदूरी के लिए भेज रहा था |तब छुपके से सांता ने उनके घर के बाहर सूख रहे जुराबों में सोने के सिक्कों की थैली डाल दी और उनकी मदद की| तभी से सब रात को ही उनका इंतज़ार करते हैं |फ़्रांस में चिमनी पर जूते लटकाने की प्रथा भी है |माना जाता है की सांता उत्तरी ध्रुव के थे |और वे उड़ने वाले रेनेडिअर की गाड़ी पर चलते हैं |
दोस्तों ,जैसा कि हम सभी जानते हैं की त्योहारों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है |इनके बिना हमारा जीवन नीरस है |इस पोस्ट में आप क्रिसमस के बारे कुछ अहम् बातें जानिए |
1.क्रिसमस को बड़ा दिन भी बोला जाता है , यह ईसाईयों का सबसे बड़ा त्यौहार है |
2.यह प्रतिवर्ष 25 दिसम्बर को बड़ी धूम- धाम से मनाया जाता है |
3.इस दिन को ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है |
4.कहा जाता है की ईसा -मसीह का जन्म गौ शाला में हुआ था |
लोग अपने घर में गौशाला भी बनाते हैं और ईसा -मसीह के जन्म की झांकी सजाते हैं |जिसे चरनी भी कहा जाता है |
5 .इस दिन क्रिसमस -ट्री को सजाया जाता है |
6 .ईसा -मसीह के जन्म की ख़ुशी में इसाई लोग अपने समुदाय के लोगों के घर – घर जाकर जयंती गीत गाते हैं|
7.लोग अपने घरों को ख़ूबसूरत बल्बों से सजाते हैं |
8.इस दिन का मुख्य आकर्षण क्रिसमस केक होता है ,जो प्रत्येक व्यक्ति बड़ी ख़ुशी से खाता है |
9.इस दिन बच्चों को सांता क्लोज का बेसब्री से इंतज़ार रहता है |
10.मन जाता है की सांता क्लोज़ लोगों को उपहार में खुशियाँ बांटते हैं |
11 .प्रतिवर्ष 24 दिसम्बर की रात 12 बजे ईसा मसीह के जनम की ख़ुशी मनाने के लिए ईसाई समुदाय के लोग गिरजाघरों में एकत्रित होते हैं |
12 .गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना होती है ,पवित्र ग्रन्थ बाईबल से पाठ सुनाया जाता है ,पूजन विधि होती है |
13.घरों में पकवान बनाए जाते हैं |
14 .लोग नए वस्त्र पहनते हैं |एक दू सरे को बधाइयाँ दी जाती है |गिफ्ट लिए और दिए जाते हैं |
15 .यह त्यौहार भाईचारा बढ़ाता है |
उम्मीद करते हैं कि आप लोगों को इस पोस्ट के माध्यम से क्रिसमस के त्यौहार के बारे में कुछ अहम् जानकारी मिली होगी |पोस्ट पसंद आई हो तो कृपया लाइक और कमेंट कीजिये |अपने मित्रों को शेयर कीजिये | आपके सुझावों का स्वागत है | शुक्रिया |
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